Saturday, August 8, 2020

आख़िरकार राम मंदिर भूमि पूजन हुआ पूरा । कैसे हुआ राम मंदिर भूमि पूजन


पुरे विश्व के 500 वर्षो तक इंतज़ार करने के बाद अंततः वो दिन आया जिसके लिए पूरा देश पूरा विश्व बहोत बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था। राम मंदिर भूमि पूजन का दिन एक ऐतिहासिक दिन रहा हैं।  भगवान राम अपने जन्म भूमि पहोच ही गए। पुरे विश्व के साथ साथ सभी साधु संतो को भगवान राम के बहोत लम्बे समय से मंदिर स्थापित होने का इंतज़ार हैं।  पर जैसे ही कोर्ट का फैसला आया तो इन सभी का राम मंदिर के भूमि पूजन का इंतज़ार ओर बेसब्री से शुरू हो गया है।  जी हाँ, भगवान राम के आयोध्या में मंदिर में भूमि पूजन  ज़ोरो शोरो से हुआ हैं।  अयोध्या में भी भक्तो और संतो द्वारा अनुष्ठान किया गया, घर घर दिए बनाये गए ।  भूमि पूजन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत  से संतो के साथ उपस्थित हए ।  पुरे मंदिर की भव्य तैयारियां की गयी, पुरे मंदिर को पीले  रंग से  सजाया गया था ।  पूरी अयोध्या श्री राममय और राम नाम से सराबोर थी। भूमि पूजन के लिए लोगो ने और भक्तो ने अलग अलग तरह के संकल्प लिए थे किसी ने अन्न त्याग किया, तो किसी मौन वत्र लिया था ताकि राम मंदिर भूमि पूजन होकर मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो सके। पूरा माहौल दिवाली की तरह जगमगा गया । देश के अन्य बड़े लोगो के साथ साथ मुस्लिम पक्षकारो को भी न्योता भेजा गया था । 



विवादित ढांचे के गिराने से लेकर सालो से मंदिर और मस्जिद के झगड़े के चलते लोगो का और भक्तो का सब्र का बांध टूटता नज़र आ रहा था, पर कोर्ट के अंतिम आदेश के बाद सभी ने उसका सम्मान किया और दोनों धर्मो के लोगो को सही न्याय प्रक्रिया से सही परिणाम मिला हालांकि इसमें बहोत वक़्त लगा। मगर लोगो में राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर इतना उत्साह  है तो जब मंदिर बनकर तैयार होगा तो कितना होगा। 3 अगस्त गणेश पूजा और 4 अगस्त को राम अर्चना कार्यक्रम के बाद 5 अगस्त में देश के प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के साथ इसका भूमि पूजन किया ।



पूरे कार्यक्रम में काशी, अयोध्या, दिल्ली, प्रयाग के विद्वानों को बुलाया गया । अलग-अलग पूजा के अलग-अलग एक्सपर्ट रखे गए । पूरी टीम 21 ब्राह्मणों की थी  जो अलग अलग तरीकों से पूजा करा रही थी । यह एक वक्त में नहीं हुई बल्कि अलग अलग समय में अलग-अलग ब्राह्मण ने पूजा कराई । भूमि पूजन में  9 अलग ब्राह्मण लोगो ने पूजन करवाया। इस दौरान सभी 21 ब्राह्मण साक्षी थे और उनकी देखरेख में पूरा पूजन हुआ । भूमि पूजन में संकल्प लिया जाता है। पूजा किस उद्देश्य से की जा रही है, यह संकल्प में बताया जाता है। पीएम मोदी ने पूजा  करी और वो सारे संकल्प भी लिए । राम मंदिर भूमि पूजन का कार्यक्रम करीब 40 मिनट से 1 घंटे का हुआ था। भूमि पूजन के एक दिन पहले 4 अगस्त को भूमि पूजन प्रांगण में पूजन के 108 दिन पूरे हुए थे, और 5 अगस्त को 109 वां दिन था । इस दौरान प्रतिदिन वहां वेदपाठ हो रहा था। अब भूमि पूजन का कार्यक्रम सफलता पूर्वक सपन्न हुआ। आगे मंदिर बनाने में 3 से 4 सालो का वक़्त लग सकता हैं। उम्मीद करते है भगवान् श्री राम के नाम पर राजनीति करने वाले न करे तो अच्छा हैं। अच्छा ये वक़्त हैं भगवान राम के नाम मैं रमने का श्री राम को याद करने का तो आप भी कीजिये और भगवान श्री राम के आशीर्वाद से इस साल जो हमारी ज़िन्दगी का सबसे बुरा साल साबित हो रहा हैं उसमे एक सकारात्मक बदलाव लाने का। 

1 comment:

धार्मिक स्थलों पर योगी का शिकंजा

  पिछले दिनों MNS के अध्यक्ष राज ठाकरे द्वारा ये ऐलान किया गया की मस्जिदों में लाउड स्पीकर्स को हटा लिया जाये नहीं तो MNS कार्यकर्त्ता मस्जि...