Wednesday, May 13, 2020

भुख और प्यास से परेशान पलायन करते लोग। क्या हैं लॉकडाउन 4 . 0 ?


 

 पुरे विश्व के साथ साथ भारत भी कोरोना  वायरस से पूरी तरह प्रभावित हैं। जहा एक तरफ भारत सरकार ने कोरोना के लिए भारत के सभी राज्यों को देश की 10 फीसदी जीडीपी का हिस्सा यानि 20 लाख करोड़ रूपये के पैकेज का ऐलान किया है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भरता का नया नारा देते हुए देश मै स्वदेशी चीज़ो को अपनाने का लोगो से आग्रह किया है।  ताकि कोरोना वायरस के चलते देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था को काबु मे लाया जा सके।  वही दूसरी और देश मे कोरोना वायरस के चलते मजदुर और गरीब वर्ग के लोगो  का रोज़गार न होने से एक राज्य से दूसरे राज्य मैं पलायन चालू हैं। जिसे भी जैसे भी जाने के संसाधन मिल रहे वैसे वैसे वो पलायन करते जा रहे हैं। हालाँकि सरकार और कुछ NGO मदद के लिए आगे आ रहे हैं पर इतनी बड़ी संख्या मै पलायन के लिए संसाधन पूर्ण रूप समर्थ नहीं दिख रहे हैं और शायद फिजिकल डिस्टेंसिंग ना होने से  इन लोगो को कोरोना वायरस का खतरा भी बढ़ता जा रहा हैं  इसी कड़ी मै एक राज्य से दूसरे राज्यों मे जाने मे लोगो को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।  और अपनी बेसिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। इसी कड़ी मे महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जाते हुए भी इनका कुछ ऐसा ही हाल हैं।


जहा पुरे भारत मै लॉकडाउन होने के कारन बेरोज़गारी अपने चरम पर हैं। और कई  निजी संस्थानों मैं सैलरी कट होने से लेकर रोज़गार छीनने तक का डर लोगो मैं बढ़ता जा रहा हैं, देश के प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों देश को सम्भोधित करते हुए लॉक डाउन 4 के बारे मैं भी बताया जिसमे देश की गिरती अर्थव्यवस्था के चलते कई प्रकार छुट भी दी जा सकती है।


 भारत सहित पुरे विश्व मै कोरोना की वैक्सीन के लिए ह्यूमन ट्रायल के लिए मंज़ूरी भी दे दी गयी हैं, जिस पर डॉक्टर्स कार्यरत हैं पर अभी तक कोई कारगर इलाज सामने नहीं आया है।  और कई देशो का का दावा हैं की वो जल्द ही कोरोना वायरस की वैक्सीन खोजने मई कामयाब होंगे।  

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