(PHOTO COURTESY - SERUM INSTITUTE)
पूरा विश्व कोरोना वायरस की महामारी से त्रस्त हैं और इस भयानक महामारी का इलाज ढूंढने मैं लगी है। वही WHO के अनुसार भारत अपनी गंभीर रणनीति से और देशो की अपेक्षा काफी बेहतर स्तिथि मैं हैं। इस कड़ी मैं पुणे मै सीरम इंस्टिट्यूट भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए टिका तैयार कर रहा है। सीरम इंस्टिट्यूट के CEO अदर पूनावाला का कहना हैं की अगर ट्रायल सफल रहा तो कोरोना वायरस का ये टिका इसी साल सितंबर या अक्टूबर में आ जायेगा जिसके कीमत 1000 रूपये होगी। आदर पूनावाला के अनुसार इसके एडवांस ट्रायल के पहले इसके उत्पादन पर खास ध्यान दिया जायेगा और इसकी अति आवश्यकता को देखते हुए पहले ही उत्पादन शुरू कर देंगे, ऐसा इसलिए ताकि ये वैक्सीन पर्याप्त मात्रा मैं उपलब्ध कराई जा सके और मई मैं इसका ह्यूमन टेस्ट भी कर लेंगे। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया खुराक के उत्पादन और बेचने की संख्या के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है। और ये पहले से कई प्रकार के टिके जैसे पोलियो, फ्लू, डीटीपी, आर-पेटाइटिस बी, रुबेला, मम्प्स, टिटनस, चेचक जैसी बीमारियों के वैक्सीन बनाती हैं और विश्व 170 देशो मैं इसे एक्सपोर्ट किया जाता हैं।
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पूनावाला के अनुसार इस वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल ब्रिटेन मैं शुरू कर दिया गया हैं। लेकिन हमने उत्पादन मैं पहल कर दी हैं। इसके साथ ही पेरिस और ऑस्ट्रिया की फर्म के साथ मिलकर भी इस दिशा में काम कर रही है। अब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने टीके के उत्पादन के लिए साझेदारी की है। साथ ही साथ सीरम इंस्टिट्यूट covid - 19 के प्रयोगो के लिए और भी प्रयोगशालाओं का निर्माण भी करेंगे। सीरम इंस्टिट्यूट ने भारत के बहार भी कदम जमा लिए है और कई कंपनी का अधिग्रहण कर चुके हैं। गौरतलब हैं कोरोना वायरस भारत और पुरे विश्व मैं कही थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। ऐसे मैं इसका टिका लाना बहोत ज़रूरी हो गया हैं। इसलिए इसका ट्रायल सफल हुआ तो जल्दी ही सब जगह ये वैक्सीन उपलब्ध होगी।