फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ क्यों है इतनी चर्चा में है, और सोशल मीडिया पर इससे जुड़े नए-नए विवाद रोज़ जन्म क्यों ले रहे है, हम बताते है इसकी की असल वजह क्या है. विवाद की शुरुआत कॉमेडियन कपिल शर्मा से हुई थी और अब सियासत में इसकी एंट्री हो गई है. फिल्म को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है और भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश, गुजरात, हरियाणा और कर्नाटक में यह टैक्स फ्री भी कर दी गई है. इस फिल्म से जुड़े विवाद की शुरुआत तब हुई जब एक फैन ने फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री से पूछा कि वो फिल्म को प्रमोट करने के लिए द कपिल शर्मा शो (The Kapil Sharma Show) में क्यों नहीं गए. विवेक ने ट्वीटर पर पूछे गए इस सवाल का जवाब दिया. फैन्स के सवाल पर डायरेक्टर ने दावा किया था कि कपिल ने उनकी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को प्रमोट करने से मना कर दिया है.इसके बाद सोशल मीडिया पर BoycottKapilSharma ट्रेंड शुरू हो गया था. मामला बढ़ने पर फैंस ने कपिल शर्मा की खिंचाई शुरू कर दी. इस पर कपिल शर्मा ने जवाब दिया. कपिल ने ट्वीटर पर लिखा, इन बातों में सच्चाई नहीं है.
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Thursday, March 17, 2022
क्या है ‘द कश्मीर फाइल्स’ का विवाद ?
उसके बाद फिल्म के प्रोड्यूसर अभिषेक अग्रवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की. उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का सौभाग्य मिला. सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने ‘द कश्मीर फाइल्स’ की तारीफ की. शुक्रिया मोदी जी.” साथ ही इस फिल्म को राजनीति से अलग रखने की सलाह दी गई. इस बीच क्रिकेटर सुरेश रैना ने ट्वीट किया और लिखा, अगर यह फिल्म आपके दिल को छूती है तो न्याय के लिए अपनी आवाज उठाएं और कश्मीर में हुए नरसंहार के पीड़ितोंं का दर्द कम करने में मदद कीजिए. सुरेश रैना के ट्वीट के बाद कुछ लोगों ने उनसे सवाल किए और पूछा कि क्या हम गुजरात में मुसलमानों के नरसंहार की भर्त्सना करेंगे? इसके बाद भी निरन्तर इस बाद विवाद चालू ह। सोशल मीडिया पर साफतौर पर इस फिल्म को भाजपा के कई दिग्गज नेताओं का मिल रहा है. इनमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जैसे बड़े नाम शामिल हैं. कश्मीर पंडितों के पलायन के मुद्दे पर केरल कांग्रेस ने कई बातें ट्वीट की हैं. जिसके जवाब में भाजपा सांसद के. जे.अल्फोंस ने ANI को दिए बयान में कहा है कि ‘हर कोई जानता है कि सांप्रदायिक आधार पर सत्ता पक्ष की शह पर डेढ़ लाख कश्मीरी पंडितों को भगाया गया. उस समय कांग्रेस या उसकी समर्थन वाली सरकार थी. केरल कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा, “सामूहिक रूप से कश्मीरी पंडितों ने गवर्नर जगमोहन के निर्देश पर घाटी को छोड़ा था जो RSS के आदमी थे. बीजेपी समर्थित वीपी सिंह सरकार के तहत पलायन शुरू हुआ था. वही दूसरी तरफ बीजेपी की संसदीय बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी फिल्म की भरपूर तारीफ करते हुए बैठक में उपस्थित सांसदों और नेताओं को फिल्म देखने की सलाह दी. उन्होंने कहा, ‘सत्य को देश के सामने लाना देश की भलाई के लिए ही है. पिछले कई दशकों से जो सच छुपाया जाता रहा है, उस सच को बाहर लाने की यह कोशिश है. जिन लोगों ने सच को छुपाया है, वही लोग इसका विरोध कर रहे हैंखैर इस विवाद पर आप लोगो का क्या कहना ह। कमेंट बॉक्स में लिख कर बताये.
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